संयुक्त राष्ट्र:विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के प्रमुख ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को मिले नोबेल शांति पुरस्कार ने एजेंसी को यह सामर्थ्य दिया है कि वह विश्व भर के नेताओं को इस बात के लिए आगाह कर सके कि अगला वर्ष इस वर्ष की तुलना में और खराब होगा और अगर अरबों डॉलर की सहायता अगर नहीं मिली तो ”2021 में भुखमरी के मामले बेतहाशा बढ़ जाएंगे।”
डब्ल्यूएफपी के प्रमुख डेविड बेस्ले ने एक साक्षात्कार में कहा कि नार्वे की नोबेल समिति उन कार्यों को देख रही थी जो एजेंसी संघर्ष में, आपदा में और शरणार्थी शिविरों में प्रतिदिन करती है। लाखों भूखे लोगों को भोजन मुहैया करवाने के लिए अपने कर्मचारियों की जिंदगी को जोखिम में डालती है…..साथ ही विश्व को यह संदेश भी देती है कि वहां हालत और खराब हो रहे हैं…..(और) अभी और काम किए जाने की जरूरत है।