नई दिल्ली: बिहार में महागठबंधन की हार के बाद कांग्रेस पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी में ही विरोध के स्वर खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि कांग्रेस को लोग विकल्प नहीं मानते हैं। सिब्बल ने यह टिप्पणी बिहार, गुजरात समेत हाल में हुए विभिन्न राज्यों में विधानसभा और विधानसभा उप-चुनावों को लेकर की है। साथ ही, सिब्बल ने कांग्रेस पर पिछले छह सालों में किसी भी तरह का आत्मविश्लेषण नहीं करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने पार्टी की लीडरशिप पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि बिहार चुनाव में प्रदर्शन पर पार्टी का कोई रुख सामने नहीं आया है। ऐसा लगता है कि पार्टी मान रही है कि सबकुछ ठीक है।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कपिल सिब्बल ने हालिया चुनावों पर कहा, ”सिर्फ बिहार में ही नहीं, बल्कि देश में जहां-जहां भी चुनाव और उपचुनाव हुए हैं, वहां लोग कांग्रेस को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं। यह एक निष्कर्ष है। आखिरकार, बिहार में विकल्प आरजेडी ही थी। गुजरात विधानसभा उपचुनाव की सभी सीटों पर हमें हार का सामना करना पड़ा है। यहां तक कि लोकसभा चुनाव में भी हमें एक भी सीट नहीं मिली थी। वहीं, उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को 2 फीसदी से भी कम वोट मिले। गुजरात में हमारे तीन उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। मेरे कुलीग जोकि सीडब्ल्यूसी का हिस्सा हैं, उन्होंने बयान दिया था कि मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस आत्मनिरीक्षण करेगी।”