ऑफिस या घर के छिटपुट काम निपटाने के लिए बच्चों को स्मार्टफोन या टीवी का रिमोट थमाने वाले मां-बाप जरा संभल जाएं। एरिजोना यूनिवर्सिटी के हालिया अध्ययन में दावा किया गया है कि बच्चों को दिन-रात टीवी में उलझाए रखना अभिभावकों में तनाव का सबब बन सकता है।
टीवी पर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के झांसे में आकर उनका नई-नई चीजें दिलाने की जिद करना इसकी मुख्य वजह है। डॉ. मैथ्यू लेपियर के नेतृत्व में हुए इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने ऐसे 430 जोड़ों से एक प्रश्नावली भरवाई, जिनके बच्चों की उम्र दो से 12 साल थी।
प्रश्नावली में बच्चों में स्क्रीन की लत और जिद की प्रवृत्ति से जुड़े सवाल शामिल किए गए थे। इस दौरान उन बच्चों के मां-बाप ने बच्चों को बाजार ले जाने से डरने की बात कही, जो दिन-रात स्क्रीन से चिपके रहते हैं।
इसकी वजह बच्चों का विज्ञापनों में दिखाई गई चीजें दिलाने की फरमाइश करना है। अध्ययन में यह भी देखा गया कि स्क्रीन की लत बच्चों में आक्रामकता का भी सबब बन रही है। सामान दिलाने से मना करने पर उनका उग्र बर्ताव करना इसका प्रमाण है।